Mutual Funds Vs Stocks | शेयर और म्युचुअल फंड में क्या अंतर है

Mutual Funds vs Stocks: वैसे तो दोनों आपके वेल्थ को बढ़ाने में और अच्छा रिटर्न देने में कारगर साबित होते हैं लेकिन बात अगर इन दोनों में डिफरेंस की आती है तो आपको पता होना चाहिए की म्युचुअल फंड एवं स्टॉक में क्या अंतर है और किसमें हमें इन्वेस्ट करना चाहिए।

नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम अनिल पाटिल है और मैं स्वागत करता हूं मेरे इस आर्टिकल में जहां मैं आपको बताऊंगा Mutual Funds vs Stocks में क्या अंतर है।

जैसा कि हम जानते हैं इन्वेस्टमेंट कई प्रकार के होते हैं और आज के समय में इन्हें आप मोबाइल के माध्यम से घर बैठे ₹100 से आसानी से शुरू कर सकते हैं। हम आज इन्वेस्टमेंट के इन दोनों तरीकों के अंतर को जानने से पहले आसान शब्दों में समझेंगे कि यह एक्चुअली होता क्या है।

स्टॉक क्या है? – What is Stocks

जब आप किसी कंपनी से उसका कोई एक शेयर खरीदते है तब आप उस कंपनी के छोटे से हिस्से के रूप में ओनरशिप खरीद रहे होते हैं। मान लीजिए आपने zomato का एक शेयर खरीदा और कंपनी की परफॉर्मेंस बेहतर होती रही, तब आपके खरीदे गए हिस्से अर्थात शेयर में प्रॉफिट होगा। यदि कंपनी किसी कारण नीचे गिरने लगे तब उस स्थिति में आपके शेयर की कीमत भी नीचे गिरेगी, बस यही स्टॉक कहलाता है जो कंपनी के फायदे से बढ़ता है और नुकसान से घटता है।

स्टॉक में निवेश करने से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें, 

1. जब आप स्टॉक खरीदते हैं तब आप कंपनी का एक शेयर खरीद रहे होते हैं जिसे “कंपनी की ओनरशिप” भी कहते हैं।

 2. निवेशक इसमें कंपनी की ग्रोथ घटती बढ़ती जानकारी को समझ कर निवेश करता है, जिसके लिए कंपनी से संबंधित आवश्यक जानकारी होना जरूरी है।

3. स्टॉक में निवेश करना एक जोखिम भरा निर्णय हो सकता है।

4. म्युचुअल फंड से अधिक रिटर्न होने के साथ-साथ रिस्क भी अधिक होता है।

म्युचुअल फंड क्या है? – What is Mutual Funds

दूसरी ओर, म्यूचुअल फंड, बिना ऐक्सपर्टीज़ के निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसमें आप एक स्टॉक चुनने के बजाय, आप ऐसे फंड में निवेश करते हैं जिसमें स्टॉक, बॉन्ड और यहां तक ​​कि अन्य फंड शामिल होते हैं। 

इसमें diversification होता है इसलिए आप अलग-अलग प्रकार से या SIP के माध्यम से निवेश कर सकते हैं। अगर कोई एक कंपनी बैंककरप्ट (bankrupt) हो जाती है तो दूसरी कंपनी प्रॉफिट को बैलेंस करने में मदद करती है। म्युचुअल फंड को एक्सपर्ट एवं प्रोफेशनल्स के द्वारा मैनेज किया जाता है जिसमें आपको इसमें एक्सपर्ट होने की आवश्यकता नहीं होती है। म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए रिस्क फैक्टर भी काम होता है और रिटर्न भी अधिक होता है इसलिए लोग शुरुआत में म्युचुअल फंड में निवेश करना पसंद करते हैं।

म्युचुअल फंड में निवेश करने के फायदे

  • जैसा कि हमने पहले बताया इसका सबसे बड़ा फायदा Diversification है जहां आप आपके पैसों को अलग-अलग मार्केट कंपनियों में निवेश कर सकते हैं।
  • इसका दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस प्रोफेशनल मैनेज करते हैं इसलिए रिस्क फैक्टर काम होता है।
  • म्युचुअल फंड में निवेश करने पर सामान्यतः 10% से 15% तक का रिटर्न मिल सकता है।
  • पहली बार निवेश करने वाले लोगों के लिए म्युचुअल फंड एक अच्छा विकल्प साबित होता है।
  • म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए आप कम से कम ₹100 से लेकर अधिक से अधिक राशि से शुरु कर सकते हैं।
  • लिक्विडिटी फॉर फ्लैक्सिबिलिटी होने के कारण म्युचुअल फंड निवेश का एक पॉप्युलर विकल्प माना जाता है।
  • SIP के माध्यम से इन्वेस्टमेंट, छोटी रकम के साथ निर्धारित समय सीमा पर निवेश करने की आजादी।
  • म्यूचुअल फंड में निवेश करने से कुछ परसेंट रिटर्न पर कर लाभ मिल ज्यादा है।

SIP के माध्यम से म्युचुअल फंड में निवेश कैसे करें?

SIP (Systematic investment Plan) एक जाना माना इन्वेस्टमेंट करने का तरीका है जिसके माध्यम से आप म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं। भारत में कई ऐसी एप्लीकेशन है जिसके माध्यम से आप हर दिन सीप के माध्यम से निवेश कर सकते हैं।

म्युचुअल फंड एवं स्टॉक में अंतर – Mutual Funds vs Stocks

Mutual FundStock
कोई भी व्यक्ति आसानी से निवेश कर सकता है।स्टॉक में केवल एक जानकार व्यक्ति निवेश कर सकता है।
म्युचुअल फंड में रिस्क कम होता है।स्टॉक में निवेश करने से पहले रिस्क की जानकारी ली जाती है।
रिटर्न 10% से 15% तक मिलता है।स्टॉक में 20%से लेकर 25% तक रिटर्न मिल सकता है।
कम मूल्य एवं शॉर्ट टर्म के लिए निवेश किया जा सकता है।व्यक्ति लंबे समय तक स्टॉक होल्ड कर सकता है।
निवेश पर लिक्विडिटी एवं फ्लैक्सिबिलिटी होती है।शेयर कंपनी का मालिक आना हक दर्शाता है।

जैसा कि मैं पहले बताया स्टॉक और म्युचुअल फंड अलग-अलग तरीके हैं निवेश करने के इसलिए इनमें अंतर, विशेषता एवं लाभ भी अलग-अलग है।

1) स्टॉक (Stock):

  • किसी कंपनी का मालिकाना हक दर्शाता है।
  • एक कंपनी के शेयर खरीदने पर आप उसके मालिक बनते हैं।
  • आपके पास कंपनी के मुनाफे और नुकसान में हिस्सा होता है।

2) म्यूचुअल फंड (Mutual Fund):

  • कई लोगों के पैसे जमा करके बनाया गया एक निवेश पोर्टफोलियो।
  • पोर्टफोलियो में शेयर, बॉन्ड, सोना या इनका मिश्रण हो सकता है।
  • एक पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा संचालित होता है।

सारांश

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने Mutual Funds vs Stocks के बारे में अंतर बताया और बताया कि इसमें निवेश करने के लिए क्या विशेषताएं हैं। सीधे शब्दों में कहें तो म्युचुअल फंड यूनिवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो केवल अपने पैसों की सेविंग करना चाहते हैं और उसे पर एक अच्छा रिटर्न लेना चाहते हैं वही स्टॉक एक ऐसा विकल्प हो सकता है जिसमें कंपनी के शेयर खरीद कर आप अच्छा रिटर्न तो हासिल कर सकते हैं लेकिन कंपनी डूबने पर आपका पैसा भी डूब सकता है।

Mutal Funds vs Stock FAQs

म्युचुअल फंड और स्टॉक में क्या अंतर है?

म्युचुअल फंड निवेश के लिए रिस्क फ्री विकल्प है वहीं स्टॉक किसी कंपनी का शेयर खरीद कर इन्वेस्ट करने का तरीका है।

स्टॉक मार्केट में निवेश करने के बाद कितना रिटर्न मिलता है?

यह कंपनी की ग्रोथ रेशों पर निर्धारित करता है जब आप किसी स्टॉक में निवेश कर रहे होते हैं तब आपको कंपनी की ग्रोथ एवं रिस्क फैक्टर को चेक करते हुए इन्वेस्ट करना होता है और इन्हीं फैक्टर पर स्टॉक का रिटर्न तय किया जाता है।

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