NFO Type | Start Date | Close Date |
Bandhan Long Duration Fund (G) | 05 Mar 2024 | 18 Mar 2024 |
Bandhan Long Duration Fund (I) | 05 Mar 2024 | 18 Mar 2024 |
Nippon India Fixed Maturity Plan XLVI – Series 4 (G) | 04 Mar 2024 | 11 Mar 2024 |
Nippon India Fixed Maturity Plan XLVI – Series 4 (I) | 04 Mar 2024 | 11 Mar 2024 |
Current NFO
NFO Name | NFO Type | Category | Start Date | Close Date | Min. Investment |
Canara Robeco Manufacturing Fund (G) | Open Ended | Equity | 16 Feb 2024 | 01 Mar 2024 | 5000 |
Canara Robeco Manufacturing Fund (I) | Open Ended | Equity | 16 Feb 2024 | 01 Mar 2024 | 5000 |
Canara Robeco Manufacturing Fund (I) | Open Ended | Equity | 16 Feb 2024 | 01 Mar 2024 | 5000 |
ICICI Prudential Nifty LargeMidcap 250 Index Fund (G) | Open Ended | Others | 22 Feb 2024 | 07 Mar 2024 | 100 |
ICICI Prudential Nifty LargeMidcap 250 Index Fund (I) | Open Ended | Others | 22 Feb 2024 | 07 Mar 2024 | 100 |
ICICI Prudential Nifty LargeMidcap 250 Index Fund (I) | Open Ended | Others | 22 Feb 2024 | 07 Mar 2024 | 100 |
ICICI Prudential Nifty LargeMidcap 250 Index Fund (I) | Open Ended | Others | 22 Feb 2024 | 07 Mar 2024 | 100 |
Kotak Long Duration Fund (G) | Open Ended | Debt | 28 Feb 2024 | 06 Mar 2024 | 100 |
Kotak Long Duration Fund (I) | Open Ended | Debt | 28 Feb 2024 | 06 Mar 2024 | 100 |
Kotak Long Duration Fund (I) | Open Ended | Debt | 28 Feb 2024 | 06 Mar 2024 | 100 |
Kotak Long Duration Fund (I) | Open Ended | Debt | 28 Feb 2024 | 06 Mar 2024 | 100 |
Mahindra Manulife Multi Asset Allocation Fund (G) | Open Ended | Hybrid | 20 Feb 2024 | 05 Mar 2024 | 1000 |
Mahindra Manulife Multi Asset Allocation Fund (I) | Open Ended | Hybrid | 20 Feb 2024 | 05 Mar 2024 | 1000 |
Mahindra Manulife Multi Asset Allocation Fund (I) | Open Ended | Hybrid | 20 Feb 2024 | 05 Mar 2024 | 1000 |
Mahindra Manulife Multi Asset Allocation Fund (I) | Open Ended | Hybrid | 20 Feb 2024 | 05 Mar 2024 | 1000 |
Nippon India Fixed Maturity Plan XLVI – Series 2 (G) | Closed Ended | Debt | 26 Feb 2024 | 29 Feb 2024 | 5000 |
Nippon India Fixed Maturity Plan XLVI – Series 2 (I) | Closed Ended | Debt | 26 Feb 2024 | 29 Feb 2024 | 5000 |
Nippon India Fixed Maturity Plan XLVI – Series 3 (G) | Closed Ended | Debt | 29 Feb 2024 | 05 Mar 2024 | 5000 |
Nippon India Fixed Maturity Plan XLVI – Series 3 (I) | Closed Ended | Debt | 29 Feb 2024 | 05 Mar 2024 | 5000 |
NFO क्या है
NFO का मतलब है न्यू फंड ऑफर, AMC एक न्य म्यूच्यूअल फंड स्कीम लांच करती है, जिसमे निवेशक निवेश करते है और बहुत सारा फंड इकठ्ठा होता है। कम्पनी फंड को बॉन्ड, सिक्योरिटीज, इक्विटी, डेट, इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स और अलग अलग जगह पर निवेश करती है। क्योकि कम्पनी के पास फंड नहीं है, इसलिए वह NFO लांच करती है, जिससे कम्पनी के पास फंड आता है और AMC निवेशकों को कुछ यूनिट प्रदान करती है।
एनएफओ 5 से 12 दिनों के लिए लॉन्च किया जाता है, इस समयावधि के दौरान कोई भी निवेशक एनएफओ में निवेश कर सकता है। एनएफओ बंद होने के बाद निवेशक दोबारा एनएफओ में निवेश नहीं कर सकता है। एनएफओ की प्रारंभिक एनएवी कम से कम ₹10 होती है।
NFO कैसे करता है
एनएफओ में एएमसी कंपनी के पास पैसा इकट्ठा होता है, उसके बाद एएमसी के द्वारा फंड को इक्विटी, डेट, बांड, सिक्योरिटीज, अन्य इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश किया जाता है। लंबी अवधि के निवेश के दोरान कंपनी अच्छा रिटर्न कमाती है, जिससे कंपनी या निवेश दोनों को फायदा होता है
एक खुदरा निवेशक (retail investor) जिसे शेयर बाजार की जानकारी नहीं है, वह म्यूचुअल फंड के माध्यम से एनएफओ है या किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करके लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न पा सकता है।
NFO एक अच्छा मौका क्यों है?
एनएफओ (NFO) उन लोगों के लिए एक अच्छा अवसर साबित हो सकता है, जो पहले से ही म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। अगर किसी फंड हाउस ने एक नई म्यूचुअल फंड स्कीम (एनएफओ) लॉन्च की है और आप अन्य म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश कर रहे हैं तो यह आपके लिए अच्छा मौका होगा। क्योंकि उस फंड के बारे में आपको पहले से ही जानकारी होगी। कम दरों पर म्यूचुअल फंड यूनिट खरीदकर लंबी अवधि में फायदा उठाया जा सकता है। यदि कोई नया निवेशक एनएफओ में निवेश करना चाहता है तो उसे पहले उस फंड हाउस की अन्य म्यूचुअल फंड योजनाओं का प्रदर्शन देखना होगा।
NFO के प्रकार
एनएफओ तीन प्रकार के होते हैं ओपन एंडेड, क्लोज एंडेड और इंटरवल एंडेड फण्ड परन्तु सबसे अधिक ओपन एंडेड और क्लोज एंडेड फण्ड ही लांच होते है।
ओपन एंडेड – ये वे फंड होते हैं, जिन्हें आप एनएफओ लॉन्च या एनएफओ बंद होने के बाद भी खरीद सकते हैं। इनके नाम से ही पता चल रहा है, ये ओपन एंडेड है। यानि ये हमेंशा खरीदने या बेचने के लिए ऊपलब्ध है। एनएफओ बंद होने के बाद आप अपॉइंट के बाद भी इसे बंद कर सकते हैं।
एनएफओ का पीरियड खत्म होने के बाद आप यूनिट को एनएवी की कीमत पर खरीद सकते हैं। उच्च तरलता होने के कारण आप कभी भी प्रवेश कर सकते हैं या बाहर निकल सकते हैं।
क्लोज एंड – क्लोज एंड फंड वे फण्ड है, जिसमे आप सिर्फ एनएफओ लॉन्च के दौरान निवेश कर सकते हैं। ये फंड तय समय के लिए लॉन्च होता है। जैसे ही एनएफओ का समय खत्म होता है, इसके बाद फंड में कोई भी निवेश नहीं किया जा सकता। यदि आप फंड से एग्जिट होना चाहते हैं तो आपको इंतजार करना पड़ेगा जब तक फंड स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट नहीं हो जाता।
इंटरवल एंडेड – इंटरवल फंड में ऐसे फंड होते हैं जो ओपन एंडेड और क्लोज हैंड दोनों तरह से काम करते हैं। हालांकि ये फंड क्लोज्ड एंडेड फंड के अंतर्गत आते हैं। लेकिन ये आपको NFO के बाद भी खरीदारी की इजाजत देते हैं। क्योंकि इनका नाम इंटरवल फंड है, यह कुछ अंतराल समय के लिए होता है। इस अंतराल में ही यूनिट को खरीद या बेच सकते है । ये इंटरवल फंड आपको सालाना, छमाही या त्रैमासिक अंतराल में खरीदने और बेचने का मौका देते हैं।
NFO के फायदे
- NFO के द्वारा आप किसी नए म्यूच्यूअल फण्ड में शुरआत से निवेश कर सकते है।
- NFO लांच के दौरान आप कम से कम 10 रूपये के प्राइस पर यूनिट खरीद सकते है।
- NFO आपको एक स्पेसिफिक थीम के फंड में निवेश करने का मौका देता है।
- NFO में निवेश करने से आपको जल्द ही अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
NFO के नुकसान
एनएफओ में निवेश करते समय निवेशक को उस म्यूचुअल फंड के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है जैसे कि उस म्यूचुअल फंड स्कीम ने पिछले 5 से 10 वर्षों में कैसा प्रदर्शन किया है क्योंकि फंड नया है और उसका कोई पिछला रिकॉर्ड नहीं है, इसलिए निवेश करना थोड़ा जोखिम भरा है। .
NFO और IPO में अंतर
NFO (New Fund Offer) | IPO (Initial Public Offer) |
NFO का मतलब न्यू फंड ऑफर है | IPO का मतलब इनिशियल पब्लिक ऑफर है |
NFO म्यूच्यूअल फंड के लिए जारी किया जाता है। | IPO स्टॉक मार्किट के लिए जारी किया जाता है। |
NFO में फण्ड को इक्विटी और डेट में निर्धारित अनुपात फंड मैनेजर में निवेश किया जाता है। | IPO के फण्ड को कम्पनी के ग्रोथ के लिए प्रयोग किया जाता है। |
NFO में निवेशकों को यूनिट प्रदान किये जाते है। | IPO में निवेशक को शेयर मिलता है। |
फण्ड यूनिट का प्राइस NFO के दौरान आमतौर पर 10 रूपये रखा जाता है और फंड के परफॉरमेंस के आधार पर NAV बदलाव होता है। | IPO का प्राइस ग्रे मार्केट प्रीमियम के अनुसार बढ़ भी सकता है |